शुक्र राहु युति के पांचवे स्थान में फल

Date : 2023-07-14

शुक्र राहु युति के पांचवे स्थान में फल




कुंडली में पांचवा स्थान पढ़ाई, संतान, मित्र, प्लानिंग, लव अफेयर, पेट का होता है। कुंडली में पांचवे स्थान में शुक्र राहु होने के कारण पांचवा स्थान पीड़ित हो जाता है क्योकि एक शुभ ग्रह और एक पाप ग्रह जब किसी भी स्थान में साथ बैठते है तो वो स्थान पीड़ित हो जाता है। शुक्र एक शुभ ग्रह है और राहु एक पाप ग्रह है इसलिए शुक्र राहु दोनों के पांचवे स्थान में एक साथ बैठने से पांचवा स्थान पीड़ित हो जाएगा और पांचवे स्थान से जुड़े शुभ फलो में कमी रहेगी और अशुभ फल प्राप्त होंगे। इस ब्लॉग में चर्चा करेंगे की कुंडली के पांचवे स्थान में शुक्र राहु युति के क्या क्या फल प्राप्त होते है।


शुक्र राहु युति के पांचवे स्थान में फल

● कुंडली के पांचवे स्थान में शुक्र राहु युति होने के कारण पढ़ाई में रूकावट रहती है। पढ़ाई में मन कम लगता है। पढ़ाई में कंसन्ट्रेशन में कमी रहती है। पढ़ाई से मन भटकता है।

● कुंडली के पांचवे स्थान में शुक्र राहु होने के कारण लव अफेयर के योग बनते है। शुक्र राहु गलत लव अफेयर करवाता है। पांचवे स्थान में शुक्र राहु होने के कारण लव अफेयर में धोखा होता है और ऐसा व्यक्ति भी लव अफेयर में धोखा देता है।

● कुंडली के पांचवे स्थान में शुक्र राहु होने के कारण पेट और पाचन क्रिया से सम्बंधित समस्या होने की सम्भावना रहती है। इसलिए पांचवे स्थान में शुक्र राहु का होना अच्छा नहीं होता है।

● कुंडली के पांचवे स्थान में शुक्र राहु होने के कारण यूरिन से जुडी समस्या होने की सम्भावना रहती है। शुक्र राहु की युति होने के कारण यूरिन इन्फेक्शन होने के योग बनते है।

● कुंडली के पांचवे स्थान में शुक्र राहु की युति होने पर लड़कियों को पीरियड और यूटेरस से जुडी समस्या होने के योग बनते है। अतः लड़कियों के स्वास्थ्य के लिए शुक्र राहु की युति अच्छी नहीं है।

● कुंडली के पांचवे स्थान में शुक्र राहु होने के कारण प्लानिंग सफल होने में रूकावट रहती है। ऐसा व्यक्ति जो भी प्लान करता है वो प्लान सफल नहीं होता है। प्लानिंग सफल नहीं हो पाती है।

● कुंडली के पांचवे स्थान में शुक्र राहु होने के कारण अच्छे मित्र नहीं बनते है। पांचवे स्थान में शुक्र राहु होने के कारण गलत संगत के मित्र बनते है और मित्र धोखा देते है मित्र जरूरत पड़ने पर काम नहीं आते है।

● कुंडली के पांचवे स्थान में शुक्र राहु होने के कारण ड्रिंक करने की आदत भी होती है। शुक्र राहु होने पर नशा करने के योग भी बनते है इसलिए ऐसे व्यक्ति को नशे से दूर रहना चाहिए।

● कुंडली के पांचवे स्थान में शुक्र राहु होने के कारण शादी के बाद संतान प्राप्ति में देरी होती है और पुत्री संतान होने के योग बनते है। शुक्र ग्रह पुत्री संतान प्रदान करता है।

● कुंडली के पांचवे स्थान में शुक्र राहु होने के कारण कंप्यूटर, सॉफ्टवेयर, आईटी फील्ड से जुड़ा कोर्स करने के योग बनते है। आईटी फील्ड में जाने के योग बनते है।


शुक्र राहु युति के उपाय ( shukra rahu remedies )

● शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिए विशेषज्ञ ज्योतिषी को कुंडली दिखाकर शुक्र का रत्न ओपल या डायमंड धारण करना चाहिए। इससे शुक्र ग्रह मजबूत हो जाता है और अपने शुभ फल प्रदान करता है।

● शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिए प्रतिदिन सुबह शुक्र के मंत्र की एक माला का जाप जरूर करे ॐ शुं शुक्राय नमः। शुक्र को मजबूत करने के लिए प्रत्येक शुक्रवार व्रत करे।

● शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिए छह मुखी रुद्राक्ष भी धारण कर सकते है। रुद्राक्ष धारण करने से भी शुक्र मजबूत होता है। इसलिए शुक्र को मजबूत करने के लिए रुद्राक्ष भी धारण किया जाता है।

● शुक्र को मजबूत करने के लिए प्रत्येक शुक्रवार सफेद रंग के कपड़े पहने और शुक्रवार के दिन खीर, दही का सेवन करे।

● राहु की शांति के लिए प्रतिदिन शाम को राहु के बीज मंत्र का जाप करे ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः ।

● राहु की शांति के लिए प्रतिदिन सुबह पक्षियों को सतनाज खिलाए। इससे राहु के दुष्प्रभाव समाप्त होते है।

● राहु की शांति के लिए प्रत्येक महीने में शनिवार या मंगलवार के दिन कुष्ट रोगियों को घर का बना भोजन खिलाए।

 

ज्योतिषाचार्य : महेश शर्मा

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