Date : 2025-05-28
निर्जला एकादशी 2025 : हिन्दू धर्म में 24 एकादशी होती है उनमे सबसे ज्यादा महत्व निर्जला एकादशी का होता है। निर्जला एकादशी को भीमसेनी एकादशी भी कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है।
निर्जला एकादशी कब है ?
पंचाग के अनुसार निर्जला एकादशी 6 जून 2025 को रात 2:15 बजे से शुरू होगी और 7 जून को सुबह 4 बजकर 47 मिनट पर समाप्त होगी। निर्जला एकादशी का व्रत 6 जून 2025 को रखा जाएगा।
निर्जला एकादशी का महत्व
● इस व्रत के प्रभाव से धर्म की वृद्धि होती है
● इस व्रत के प्रभाव से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है धन की स्थिति अच्छी होती है।
● इस व्रत को करने से मोक्ष की प्राप्ति की प्राप्ति होती है।
● इस व्रत को करने से वैवाहिक सुख प्राप्त होता है।
● इस व्रत को करने से पापो से मुक्ति होती है।
● इस व्रत को करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।
● इस व्रत को करने से जीवन में सुख समृद्धि की वृद्धि होती है।
● इस व्रत को करने से जीवन में सुख, शांति, समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।
कैसे करे निर्जला एकादशी का व्रत
● निर्जला एकादशी के दिन बिना पानी पिए उपवास रखना चाहिए।
● भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए और उनके मंत्रों का जाप करना चाहिए।
● विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें और ब्राह्मणो को भोजन खिलाए।
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