१ लग्न में नीच का शुक्र होने पर जातक व्यभिचारी होता है गलत संगत में रहने के योग बनते है जीवन में भटकाव के योग बनते है। धन सम्बंधित समस्या के योग बनते है गृहस्त सुख में कमी के योग बनते है पारिवारिक सुख में कमी के योग बनते है भाग्य में रूकावट रहती है मेहनत के अनुसार तरक्की प्राप्त नहीं हो पाती है। बहकने के योग बनते है। पेट और यूरिन से सम्बंधित समस्या के योग बनते है। लड़कियों को पीरियड से सम्बंधित समस्या रहती है। २ कुंडली में दूसरे स्थान पर नीच का शुक्र होने पर छोटी बहन के सुख में कमी रहती है। करियर में समस्या रहती है करियर में मेहनत के अनुसार तरक्की प्राप्त नहीं हो पाती है। करियर में उच्च पद की प्राप्ति नहीं हो पाती है। धन हानि के योग बनते है बहुत मेहनत से धन संचय के योग बनते है संघर्ष करके धन आगमन होता है। सीधी आँख में समस्या के योग बनते है। पराक्रम में कमी के योग बनते है। पड़ोसियों से सम्बन्ध अच्छे नहीं होते है। पङोसियो के साथ तनाव की स्थिति बनती है। ३ कुंडली में तीसरे स्थान पर नीच का शुक्र होने पर छोटे भाई के सुख में कमी के योग बनते है। माता को स्वास्थ्य सम्बंधित समस्या के योग बनते है। धन लाभ में कमी रहती है इनकम का फ्लो रुक जाता है। धन आगमन में रूकावट रहती है। पराक्रम में कमी रहती है। फेफड़ो से सम्बंधित समस्या के योग बनते है। जन्म स्थान छूटने के योग बनते है। प्रॉपर्टी से जुडी समस्या के योग बनते है। ४ कुंडली में चौथे स्थान पर नीच का शुक्र होने पर पढ़ाई में रूकावट के योग बनते है संतान सम्बंधित कष्ट के योग बनते है। संतान सुख देर से प्राप्त होता है। प्यार में धोखा मिलने के योग बनते है पेट से सम्बंधित समस्या के योग बनते है। धन हानि के योग बनते है व्यर्थ में धन हानि होती है। माता सम्बंधित कष्ट के योग बनते है प्रॉपर्टी से सम्बंधित कष्ट के योग बनते है प्रॉपर्टी बेचने के योग बनते है। ५ कुंडली में पंचम भाव में नीच का शुक्र होने पर पुत्री संतान के योग बनते है। पेट के रोग होने के योग बनते है। पढ़ाई पूरी हो जाती है। प्रेम में असफलता के योग बनते है। मित्र धोखा देने वाले होते है। गृहस्त सुख में परेशानी रहती है। शुक्र यदि पाप प्रभाव में हुआ तो गले से सम्बंधित समस्या के योग भी बनते है। ६ कुंडली में छठे स्थान पर नीच का शुक्र होने पर पति पत्नी के बीच लड़ाई झगड़े के योग बनते है मैरिड लाइफ अच्छी नहीं होती है पति पत्नी में से किसी एक को स्वास्थ्य से सम्बंधित समस्या के योग बनते है। परिवार से मतभेद के योग बनते है धन संचय में कमी रहती है पेट, यूरिन, शुगर जैसी समस्या के योग बनते है। परिवार में स्वास्थ्य सम्बंधित समस्या लगी रहती है। लड़कियों को पीरियड से सम्बंधित समस्या के योग बनते है। ७ सप्तम भाव में नीच का शुक्र होने पर अनैतिक सम्बन्ध बनने के योग बनते है गृहस्त सुख में कमी रहती है शुगर होने के योग बनते है यूरिन से सम्बंधित समस्या के योग बनते है। अचानक धन हानि के योग बनते है। यदि शुक्र पाप प्रभाव में हुआ है तो बवासीर, भगंदर जैसे रोग होने के योग बनते है। छोटी बहन के सुख में कमी रहती है। पराक्रम में कमी रहती है। लड़कियों को पीरियड से सम्बंधित समस्या के योग बनते है। बहकने के योग बनते है। ८ अष्टम स्थान में नीच का शुक्र होने पर प्रॉपर्टी नाश का योग बनता है चेस्ट में इन्फेक्शन, फेफड़ो से सम्बंधित रोग होने के योग बनते है। भाग्य में रूकावट रहती है भाग्य का साथ प्राप्त नहीं होता है। जन्म स्थान छूटने के योग बनते है। जन्म स्थान से दूर सफलता प्राप्त होती है माता से सम्बंधित कष्ट के योग बनते है। गुप्त रोग होने के योग बनते है गठिया , शुगर होने के योग बनते है। लड़कियों को पीरियड से सम्बंधित समस्या के योग बनते है। ९ भाग्य स्थान पर नीच का शुक्र होने पर भाग्य में रूकावट के योग बनते है बार बार नौकरी बदलने के योग बनते है। पढ़ाई पूरी हो जाती है। संतान सम्बंधित समस्या के योग बनते है गलत संगत के मित्र बनते है। प्यार में धोखा खाने के योग बनते है। पिता से सम्बंधित कष्ट के योग भी बनते है। करियर में सफलता प्राप्त नहीं हो पाती है। १० दसवे स्थान पर नीच का शुक्र होने पर लाभ में कमी रहती है धन की परेशानी रहती है। कर्ज के योग बनते है शत्रु से परेशानी रहती है। स्वास्थ्य अच्छा नहीं रहता है। पैरो में समस्या के योग बनते है। मामा मौसी के सुख में कमी रहती है। ११ ग्यारवे स्थान पर नीच का शुक्र होने पर दो विवाह के योग बनते है। गृहस्त सुख में कमी रहती है। एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर के योग बनते है। लाभ में कमी रहती है। धन हानि के योग बनते है। पार्टनरशिप में बिज़नेस करने पर धोखा मिलने के योग बनते है। १२ बारवे स्थान पर नीच का शुक्र होने पर ऐसा जातक व्यभिचारी होता है। चेहरे पर कील मुहांसे बहुत निकलते है यदि शनि की दृष्टि शुक्र पर हुई तो चहरे पर निशान, दाग बनने के योग बनते है। हेयर फॉल की समस्या रहती है। प्यार में धोखा मिलने के योग बनते है। एक्स्ट्रा मेरिटल अफेयर के योग बनते है। अचानक धन हानि के योग बनते है। किसी न किसी रोग के लिए अस्पतालों के चक्कर काटने पड़ते है। पाँव के तलवो या पाँव की ऐड़ी में समस्या के योग बनते है। बहकने के योग बनते है। ज्योतिषाचार्य : महेश शर्मा