जल्दी संतान कन्सीव करने के ज्योतिषीय उपाय

Date : 2023-10-07

जल्दी संतान कन्सीव करने के ज्योतिषीय उपाय



प्रत्येक मनुष्य शादी के बाद समय पर संतान सुख प्राप्त करना चाहता है ताकि समय पर अपने बच्चो का पालन पोषण करके उन्हें बड़ा कर सके और अपनी जिम्मेदारी समय रहते ही पूरी कर सके। इसी कारण प्रत्येक दम्पत्ति शादी के बाद समय पर संतान सुख प्राप्त करना चाहता है। लेकिन काई बार अनेक प्रयास करने के बाद भी संतान सुख प्राप्त नहीं होता है। मेडिकल ट्रीटमेंट या अन्य आधुनिक साधन का प्रयोग करके भी संतान सुख प्राप्त नहीं हो पाता है इसके पीछे कुंडली में मौजूद ज्योतिषीय कारण होते है। इस ब्लॉग में आज चर्चा करेंगे की महिलाए कौन से उपाय करके जल्दी संतान कन्सीव कर सकती है।



संतान कन्सीव करने के उपाय

* कुंडली में पांचवा स्थान संतान का होता है इसलिए महिलाओ को जल्दी संतान कन्सीव करने के लिए अपने पांचवे स्थान के मालिक ग्रह को मजबूत करना चाहिए और अपने पांचवे स्थान के मालिक ग्रह का रत्न धारण करना चाहिए। इससे जल्दी संतान कन्सीव हो जाती है।

* अपनी कुंडली के पांचवे स्थान के मालिक ग्रह के मंत्र का प्रतिदिन जाप करना चाहिए। इससे आपके पांचवे स्थान का मालिक ग्रह मजबूत होगा और संतान कन्सीव हो जाएगी।

* बृहस्पति ग्रह संतान के कारक होते है। इसलिए संतान कन्सीव करने के लिए बृहस्पति ग्रह को भी मजबूत करना चाहिए इसके लिए प्रत्येक वीरवार व्रत करना चाहिए।

* बृहस्पति ग्रह को मजबूत करने के लिए प्रतिदिन सुबह 108 बार बृहस्पति ग्रह के मंत्र का जाप करना चाहिए। ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः। इससे संतान कन्सीव होने के योग बन जाते है।

* बृहस्पति ग्रह को मजबूत करने के लिए ज्योतिषी को कुंडली दिखाकर पुखराज रत्न भी धारण कर सकते है पुखराज रत्न धारण करने से भी संतान सुख जल्दी प्राप्त होने के योग बन जाते है।

* बृहस्पति ग्रह को मजबूत करने के लिए पांच मुखी रुद्राक्ष भी धारण कर सकते है। पांच मुखी रुद्राक्ष धारण करने से भी संतान सुख जल्दी प्राप्त होने के योग बन जाते है।

* कुंडली में शनि राहु केतु जब कुंडली के पांचवे स्थान या पांचवे स्थान के मालिक या बृहस्पति ग्रह को किसी भी प्रकार से पीड़ित करते है तो संतान कन्सीव करने में देरी और रूकावट की स्थिति बनती है इसलिए संतान कन्सीव करने के लिए शनि राहु केतु की शांति के उपाय भी करने चाहिए।

* शनि के लिए 21 शनिवार चींटियों को आटा और काले तिल मिलाकर खिलाए। प्रत्येक शनिवार शनि देव पर सरसो का तेल चढ़ाए। प्रतिदिन शाम को शनि के जाप करे ॐ प्रां प्रीं प्रों सः शनेश्चराय नमः ।

* राहु केतु की शांति के लिए प्रतिदिन सुबह पक्षियों को सतनाज जरूर खिलाए। इससे राहु केतु के दुष्प्रभाव समाप्त हो जाते है और राहु केतु की शांति होती है।

 


ज्योतिषाचार्य : महेश शर्मा

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